झूलना झूलन बर हां //अनुसुईया साहू //पारंपरिक ,पचरा जस लिरिक्स
════════
गीत -झूलना झूलन बर हां
गायिका -अनुसुईया साहू
म्यूजिक कंपनी -के के कैसेट्स
भाषा -छत्तीसगढ़ी
शैली -पारंपरिक ,पचरा जस लिरिक्स
वेबसाइट -www. cgjaslyrics .com
वेबसाइट ऑनर -के के पंचारे
════════
माता मोर जावय झूलना झूलन बर हां
नवदुर्गा जावय झूलना झूलन बर हां
येहो मईया मोर जावय झूलना झूलन बर हां
नवदुर्गा जावय झूलना झूलन बर हां
अन्तर -1
जब काहेन के तोर झूलना हो मईया काहे के लगे ओके डोरी
काहेन के तोर झूलना हो मईया काहे के लगे ओके डोरी
जब काहे के लगे ओके डोरी हो मईया काहे के लगे ओके डोरी
काहेन के तोर झूलना हो मईया काहे के लगे ओके डोरी
उड़ान - जब काहेन के तोर भवर पालकी झूलना झूलन बर हां
मईया मोर जावय झूलना झूलन बर हां
नवदुर्गा मोर जावय झूलना झूलन बर हां
अन्तर -2
जब अमुआ काठ के झूलना हो माता रेशम लगे ओके डोरी
अमुआ काठ के झूलना हो मईया रेशम लगे ओके डोरी
रेशम लगे ओके डोरी हो मईया रेशम लगे ओके डोरी
अमुआ काठ के झूलना हो मईया रेशम के लगे ओके डोरी
उड़ान - जब अग्र चंदन के भवर पालकी झूलना झूलन बर हां
मईया मोर जावय झूलना झूलन बर हां
नवदुर्गा मोर जावय झूलना झूलन बर हां
अन्तर -3
जब कोन माई झूलना झूलथे हो मईया कोन माई खींचे ओके डोरी
कोन माई झूलना झूलथे हो मईया कोन माई खींचे ओके डोरी
कोन माई खींचे ओके डोरी हो मईया कोन माई खींचे ओके डोरी
कोन माई झूलना झूलथे हो मईया कोन माई खींचे ओके डोरी
उड़ान - जब कोन माई चढ़ते भवर पालकी झूलना झूलन बर हां
मईया मोर जावय झूलना झूलन बर हां
नवदुर्गा मोर जावय झूलना झूलन बर हां
अन्तर -4
जब शीतला माई झूलना झूलथे हो मईया बहुरी माई खींचे ओके डोरी
शीतला माई झूलना झूलथे हो मईया बहुरी माई खींचे ओके डोरी
बहुरी माई खींचे ओके डोरी हो मईया बहुरी माई खींचे ओके डोरी
शीतला माई झूलना झूलथे हो मईया बहुरी माई खींचे ओके डोरी
उड़ान - जब बूढी माई चढ़ते भवर पालकी झूलना झूलन बर हां
मईया मोर जावय झूलना झूलन बर हां
नवदुर्गा मोर जावय झूलना झूलन बर हां
════════✿════════
गीत के अर्थ (छत्तीसगढ़ी मं)
"झूलना झूलन बर
हां"
गीत
मं
माता
दुर्गा
के
झूला
झुलावत
गाए
गे
हवय।
1.
मईया
ला
झूलना
मं
बैठाए
के
डोरी
अमुआ
काठ
अउ
रेशम
के
बंधे
हावय।
2.
गीत
मं
पूछे
जावत
हवय
– कौन झूलना झुलावत हवय, कौन डोरी खींचत हवय?
3.
अइसने
भाव
के
संग
माई
शीतला,
बहुरी
माई,
बूढ़ी
माई
अउ
नवदुर्गा के
झूलना
झुलावत गीत गाए
गे
हवय।
👉
मतलब
– मया,
भक्ति
अउ
श्रद्धा ले
माता
दुर्गा
के
सवारी
(भंवर
पालकी)
ला
झुलावत
हवय।
🌼 गीत के महत्व
1.
ए
गीत छत्तीसगढ़ी
परंपरा अउ पचरा जस गीत के हिस्सा आय।
2.
नवरात्रि अउ
जस
कार्यक्रम मं
अइसने
गीत
गाके
लोगन
मन
भक्ति
अउ
आनंद
ले
माता
के
जय-जयकार करथें।
3.
गीत
मं
माता
ला भक्ति झूलना झुलाए जावत हवय,
जेन
ले
माई
के
कृपा
अउ
आशीर्वाद मिलथे।
4.
अइसने
गीत
समाज
मं एकता, श्रद्धा,
अउ भक्ति भाव जगाथे।
🎤 गायिका परिचय – अनुसुईया साहू
अनुसुईया साहू
छत्तीसगढ़ के
प्रसिद्ध भक्ति
गीत
गवइया
हवंय।
1.
ओमन
अपन
मधुर
आवाज
ले जस गीत, पारंपरिक
गीत अउ भक्ति गीत गाथें।
2.
अनुसुईया साहू
के
गाए
गीत
गांव-गांव, मंदिर अउ
जस
कार्यक्रम मं
खूब
बजे
ला
मिलथे।
3.
वोमन
छत्तीसगढ़ी संस्कृति ला
आगे
बढ़ाय
मं
अपन
योगदान
देवत
हवंय।
🎶 म्यूजिक कंपनी परिचय – के के कैसेट्स
के के कैसेट्स छत्तीसगढ़ी भक्ति
अउ
पारंपरिक गीत
ला
रिकॉर्डिंग, पब्लिशिंग अउ
प्रचार
करे
वाली
नामी
म्यूजिक कंपनी
आय।
1.
ए
कंपनी
ले
निकले
गीत
गांव-गांव, शहर-शहर
तक
पहुँचे
हवय।
2.
छत्तीसगढ़ी संस्कृति अउ
जस
गीत
ला
जीवित
रखे
मं के के कैसेट्स के योगदान बहुत
बड़े
आय।
3. नवरात्रि, जस पर्व अउ देवी गीत के समय ए कंपनी के गीत सबले ज्यादा सुने जाथे।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें