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गीत -चल चंदरपुर जाबो गा
गायक -दुकालू यादव
गीतकार -दुकालू यादव
म्यूजिक कंपनी -के के कैसेट
वेबसाइट ऑनर -के के पंचारे
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मुखड़ा
चल चंदरपुर जाबो गा भईया चन्द्रहासनी माता के दरश कर आबो ना
येदे चन्द्रहासनी माता के दरश कर आबो ना -2
अंतरा -1
चलव ओ दीदी चलव गा भईया चलव गा लईका सियान मन
चन्द्रहासनी के दर्शन करके जीवन होही धन धन
चलव ओ दीदी चलव गा भईया चलव गा लईका सियान मन
चन्द्रहासनी के दर्शन करके जीवन होही धन धन
उड़ान -माता ला माथ नवाबो गा भईया ,चन्द्रहासनी माता के दरश कर आबो ना
येदे चन्द्रहासनी माता के दरश कर आबो ना
अंतरा -2
महानदी के तीर में सुघ्घर माता जी हे बिराजे
दुःखिया सुखिया निर्धन मन के माता बनाथे काजे
महानदी के तीर में सुघ्घर माता जी हे बिराजे
दुःखिया सुखिया निर्धन मन के माता बनाथे काजे
उड़ान -जीवन ला सुफल बनाबो गा भईया ,चन्द्रहासनी माता के दरश कर आबो ना
येदे चन्द्रहासनी माता के दरश कर आबो ना
अंतरा -3
जऊन हा चन्दर पुर मा जाके माता के दर्शन पाथे
हाथ पसारे जाथे अउ सब झोली भर के आथे
जऊन हा चन्दर पुर मा जाके माता के दर्शन पाथे
हाथ पसारे जाथे अउ सब झोली भर के आथे
उड़ान -माता के आशीष पाबो गा भईया ,चन्द्रहासनी माता के दरश कर आबो ना
येदे चन्द्रहासनी माता के दरश कर आबो ना
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गीत के अर्थ (सरल छत्तीसगढ़ी में)
गीत के महत्व (महात्म्य)
v
चन्द्रहासिनी माता छत्तीसगढ़ के बहुते प्रसिद्ध शक्ति पीठ आय ।
v
चन्दरपुर महानदी के तीर बसे हे, जिहां भक्ति अउ शांति के वातावरण रहिथे।
v
दर्शन ले मन के चिंता, कलेस, पीड़ा दूर होथे।
v
गीत मनखे ला माता के दरशन बर प्रेरित करथे।
v
पूरी परिवार संग माता के दरशन करबो, त अइसने मान्यता हे कि घर–घर मा खुशहाली आवत हे।
✅ गीत के उद्देश्य (Udeshya)
v
भक्त मन ला चन्दरपुर यात्रा बर बुलाना।
v
चन्द्रहासिनी माता के महिमा ला जन–जन तक पहुँचाना।
v
महानदी किनारा मा बिराजित देवी के आस्था अउ संस्कृति ला बढ़ाना।
v परिवारिक भक्ति यात्रा के महत्व बताना।
एक भक्तिपूर्ण यात्रा कथा
ए गीत महज गीत नइये, एमा पूरे छत्तीसगढ़िया आस्था, अपनत्व अउ परिवारिक भक्ति के सुग्घर भाव बसाय गे हे। जब ए गीत बजे, त मन मा अपन आपे अइसने भाव उठथे कि चलव—भईया, दीदी, लइका सबे—चन्दरपुर जाबो, माता के दरशन करबो।
⭐ चन्दरपुर – महानदी तीर बसे माता चन्द्रहासिनी के धाम
लोक मान्यता हे कि जऊन मन माता के दर्शन करथे, वो खाली झोली नइये लौटय। माँ चन्द्रहासिनी—दुःखिया, निर्धन, सुखिया, सबके काम बनाथे।
⭐ गीत के पहिली पंक्ति – बुलाहट के स्वर
मनखे जेन घरी माँ के धाम मं पहुँचथे, ओखर जीवन मा नई उमंग, नई ऊर्जा भर जाथे।
⭐ अंतरा 1 – परिवारिक भक्ति यात्रा
⭐ अंतरा 2 – महानदी किनारा के चमत्कार
⭐ अंतरा 3 – झोली भर के आना
इहाँ झोली भर के आना मतलब—
v मनोकामना पूरी हो जाना
v घर परिवार मा सुख–समृद्धि आना
v तन–मन मा शांति मिलना




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