अजब सजे हे महामाया//ARUN YADAV//MAHAMAYA PACHRA JAS GEET
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गीत -अजब सजे हे महामाया
गायक -अरुण यादव
यूट्यूब -मोर बोड़ला
वेबसाइट -www.cgjaslyrics.com
वेबसाइट ऑनर -के के पंचारे
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अंतरा-1
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां-2
उड़ान -अजब सजे हे महामाया माया हो माँ
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
रतनपुर में अजब सजे हे महामाया माया हो मां
अंतरा-1
माया जी के पावे म चुटकी बिराजे
माया जी के गोड़ म पैजन बिराजे
उड़ान -पैजन के हावे झनकारे रतनपुर म
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां-2
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
अंतरा-2
माया जी के कमर म करधन बिराजे
माया जी के उंगली म मुंदरी बिराजे
उड़ान -मुंदरी के हावे झनकारे रतनपुर म
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां-2
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
अंतरा-3
माया जी के हाथे म चूड़ियां बिराजे
माया जी के बाहा म बहुटा बिराजे
उड़ान - बहुटा के हावे झनकारे रतनपुर म
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां-2
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
अंतरा-4
माया जी के गले म हरवा बिराजे
माया जी के काने म झुमका बिराजे
उड़ान -झुमका के हावे झनकारे रतनपुर म
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां-2
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
अंतरा-5
माया जी के नाके म नथली बिराजे
माया जी के माथे म टिकली बिराजे
उड़ान -टिकली के हावे झनकारे रतनपुर म
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां-2
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
अंतरा-6
माया जी के माघ म सिंदूर बिराजे
माया जी के सिर म मुकुट बिराजे
उड़ान -मुकुट के हावे झनकारे रतनपुर म
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां-2
अजब सजे हे महामाया रतनपुर में
अजब सजे हे महामाया माया हो मां
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गीत के अर्थ
1. माता
जी
के
पांव
म
चुटकी
अउ
पैजन
चमकत
हे।
2.कमर
म
करधन,
हाथ
म
चूड़ी,
बाहा
म
बहुत,
गले
म
हरवा,
कान
म
झुमका।
3. माथे
म
टिकली,
नाक
म
नथली,
सिर
म
मुकुट
अउ
मांग
म
सिंदूर।
इही
सब
चीज
मन
मिलके
रतनपुर
के
महामाया ला
अद्भुत
अउ
दिव्य
बनाथे।
महत्व
1.ए
गीत
रतनपुर
के
महामाया मंदिर के
धार्मिक महिमा
बताथे।
2.माता
जी
के
श्रृंगार अउ
आभूषण के
झंकार
ला
देवी
शक्ति
के
प्रतीक
मान
गे
हवय।
3.छत्तीसगढ़ के
जसगीत
संस्कृति म
ए
गीत
एक
बड़
महत्तम
योगदान
देथे।
4.माता
महामाया ला
रतनपुर
के
शक्ति पीठ म
गिनती
कर
जाथे,
जिहां
हर
साल
लाखों
श्रद्धालु दर्शन
करथें।
उद्देश्य
1.श्रद्धालु मन
ला
महामाया देवी
के
रूप
अउ
श्रृंगार के
दर्शन
कराय।
2.छत्तीसगढ़ी संस्कृति अउ
जसगीत
परंपरा
के
प्रचार-प्रसार कराय।
3. नवयुवक पीढ़ी ला अपन लोकभक्ति गीत से जोड़े रखे।
रतनपुर के महामाया – कहानी
छत्तीसगढ़
के बिलासपुर जिला म बसे रतनपुर
नगर के पहिचान आज
के दिन पूरा भारत म हे। एला
"छत्तीसगढ़ के काशी" कहे
जाथे काबर के इहां महामाया
देवी के प्रसिद्ध मंदिर
हे।
पुराना
कथा अनुसार राजा रत्नदेव जब रतनपुर राज
करथें, तब राजा के में देवी महामाया
आके दर्शन देथें। अउ देवी कहिथें – "हे
राजा! मोर मंदिर बनावव, मंय इही रतनपुर धरती म बिराजौं अउ अपन भक्त मन के रक्षा करहु ।" सपना के भोर होते
ही राजा रतनदेव भारी भाव से मंदिर बनवाइन
अउ ओ दिन ले
महामाया देवी रतनपुर म विराजमान हे।
ए
मंदिर ह शक्ति पीठ म गिनती कर
जाथे। इहां हर दिन हजारन
श्रद्धालु दर्शन बर आथें। नवरात्र
अउ जस पर्वा म
त मंदिर अउ रतनपुर नगरी
झिलमिल हो जाथे। देवी
जी के दर्शन करके
लोगन मन अपन जीवन
म शांति, सुख अउ समृद्धि पाथें।
अरुण
यादव के गाये गे
जसगीत “अजब
सजे
हे महामाया” म माता जी
के श्रृंगार के अलौकिक वर्णन
करे गे हवय। गीत
म कहे जाथे –
1.माता जी के पांव
म चुटकी अउ पैजन चमकथे।
2.कमर म करधन, हाथ
म चूड़ी अउ बाहा म
बहुत के झंकार सुनाई
देथे।
3.गले म हरवा, कान
म झुमका, माथे म टिकली अउ
नाक म नथली दमकथे।
4.सिर म मुकुट अउ
मांग म सिंदूर माता
जी ला अद्भुत रूप
देथे।
ये
सब आभूषण अउ श्रृंगार के
झंकार रतनपुर के वातावरण ला
भक्ति अउ शक्ति के
रंग म रंग देथे।
श्रद्धालु मन मानथें के
माता महामाया के दर्शन करे ले दुःख-दरिद्रता दूर हो जाथे अउ
घर-आंगन म सुख-शांति
बने रहिथे।
रतनपुर
के महामाया मंदिर के महत्व येकर
से घलो जान सकथो के छत्तीसगढ़ के
इतिहास अउ संस्कृति दूनों
म ए मंदिर के
खास जगह हे। लोकमान्यता अनुसार देवी जी अपन भक्तन
के रक्षा हमेशा करथें।
आज घड़ी म इंटरनेट अउ यूट्यूब के माध्यम ले अरुण यादव के जसगीत “अजब सजे हे महामाया” मोर बोड़ला चैनल म सुनके लोगन मन भक्ति म डूब जाथें। ए गीत सिरिफ गाना नो हे, बल्कि माता महामाया के श्रृंगार अउ महिमा के अद्भुत झलक हवय।
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