Mati Ma Rup Dharke/माटी मां रूप धरके
माटी मा रूप धरके
माटी मा रूप धरके
माटी मा रूप धरके दाई नव दुर्गा आगे
अइसे लागे जइसे सहुअत अइसे लागे जइसे सहुअत
माटी मा जीव परगे
माटी मा रूप धरके दाई नव दुर्गा आगे
अंतरा 1
माटी के ढेला माटी के चोला माटी माटी के संसार हे
माटी माटी के संसार हे
माटी हमर महतारी संगी माटी के महिमा अपार हे
माटी के महिमा अपार हे
उड़ान- माटी के दुर्गा माटी के बघवा माटी के दुर्गा माटी के
बघवा
महिषा सवर गै
माटी मा रूप धरके दाई नव दुर्गा आगे
अंतरा 2
ईही माटी मा रामचंद्र अऊ किसन लिईश अवतार गा
राधा सीता मीरा बाई माटी के पाए दुलार गा
ईही माटी मा रामचंद्र अऊ किसन लिईश अवतार गा
राधा सीता मीरा बाई माटी के पाए दुलार गा
उड़ान- माटी के पुत्री माटी के पुतरा माटी के पुत्री माटी के
पुतरा
माटी मा सबे बस गै
माटी मा रूप धरके दाई नव दुर्गा आगे
अंतरा 3
माटी हे सरबस माटी बर अर्पण माटी के सेवा ला करबो
माटी के सेवा ला करबो
माटी के दुर्गा के पूजन करके दुख पीरा ला हरबो
दुख पीरा ला हरबो
उड़ान- ईही माटी मा प्रेम अजय अऊ
कतको गुरू तरगे गै
माटी मा रूप धरके दाई नव दुर्गा आगे
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