Tai Aashu Bohaye
तै आशु बोहाये वो तै आशु बोहाये ना
नवदिन दिन रतिहा दाई आशु बोहाये ना
तै आशु बोहाये वो तै आशु बोहाये ना
नवदिन दिन रतिहा दाई आशु बोहाये ना
(1)
तहिया जुग म दुर्गम दांनव ब्रम्हा के वरदानी गा
चारो वेद ल बोरे बैरी गरबे गंज गुमानी गा
धरम धरा ले बूड़गे सुखागे नदी नरवा के पानी गा
अन पानी बिन चिहुर परगे कलपे सगरो परानी गा
उड़ान -देवता ल सताये ओ धर्मी ल रोवाये न
देवता ल सताये ओ धर्मी ल रोवाये न
नवदिन दिन रतिहा दाई आशु बोहाये ना
तै आशु बोहाये वो तै आशु बोहाये ना
नवदिन दिन रतिहा दाई आशु बोहाये ना
(2 )
शुंभ निशुंभ महिषा सुर दानव रक्तबीज सघारे ओ
दुर्गम दानव ले तोर बिन दाई हमला कोन उबारे ओ
अर्जी म अइसे आदि अम्बिका परमे श्री सिधारे ओ
दग दग ले दमके महामाया नव नव नयन उचारे ओ
उड़ान -दाई ल गोहारे ओ माता ल मनाये ना
दाई ल गोहारे ओ माता ल मनाये ना
नवदिन दिन रतिहा दाई आशु बोहाये ना
तै आशु बोहाये वो तै आशु बोहाये ना
नवदिन दिन रतिहा दाई आशु बोहाये ना
(3)
माता के आशु आशु म नदी नरवा भर जाये गा
जीवन पाये सगरो परानी सुर नर नाग हिताये गा
माथ नवाये महामाया ल विपदा ल बताये गा
अभय पाये देवता धामी अपन अपन डीही जाये गा
उड़ान -आशु ल बोहाये ओ जग ल हरियाये ना
आशु ल बोहाये ओ जग ल हरियाये ना
नवदिन दिन रतिहा दाई आशु बोहाये ना
तै आशु बोहाये वो तै आशु बोहाये ना
नवदिन दिन रतिहा दाई आशु बोहाये ना
(4)
देवता मन के लाज रखे बर किरपा करे किरपानी गा
अपन तेज के नयन ले घेरे सुरपुर दिन दयाली गा
बैरी बर उमियाये सहूये माता शेरा वाली गा
अगम अंग ले प्रगटे तुरते दसविद्या विकराली गा
उड़ान -बघवा में आये ओ तै लाज बचाले ना
बघवा में आये ओ तै लाज बचाले ना
नवदिन दिन रतिहा दाई आशु बोहाये ना
तै आशु बोहाये वो तै आशु बोहाये ना
नवदिन दिन रतिहा दाई आशु बोहाये ना
(5 )
माथ म चन्दर मुकुट सोहे सिरजे शक्ति भारी गा
भूतवा मन के भरे भस थोड़े क्षीण म उन अवतारी गा
तिरसुल म दुर्गम ल मारे महामाया महतारी गा
श्री दुर्गा के नाव उचारे तभे सकल संसारी गा
उड़ान -ममता जस गाये ओ परमा ल मनाये ना
ममता जस गाये ओ परमा ल मनाये ना
नवदिन दिन रतिहा दाई आशु बोहाये ना
तै आशु बोहाये वो तै आशु बोहाये ना
नवदिन दिन रतिहा दाई आशु बोहाये ना
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