गीत - जग ऊपर कलशा कलश पर दियना // गायक-पूरन साहू //cgjaslyrics




नवरात्रि में माता का श्रृंगार बहुत ही धार्मिक और समर्पित कार्य होता है। लोग माँ दुर्गा की मूर्ति को सजाकर उन्हें विशेष प्रसादों, फूलों, और आभूषणों से सजाते हैं। माता के श्रृंगार में रंग-बिरंगे कपड़े, गहने, मेहंदी, सिंदूर, और बिंदी का विशेष महत्व होता है। यह श्रृंगार भक्तों के आदर-सम्मान का प्रतीक होता है और उनकी भक्ति को दर्शाता है। नवरात्रि में देवी का पूजा किया जाता है क्योंकि यह हिंदू धर्म में माँ शक्ति की उपासना का समय होता है। इस अवसर पर माँ दुर्गा, माँ लक्ष्मी, और माँ सरस्वती की पूजा की जाती है ताकि भक्त उनके आशीर्वाद से समृद्धि, सौभाग्य, और ज्ञान को प्राप्त कर सकें। इस उत्सव में लोग नवरूप माँ का स्वागत करते हैं और उनकी पूजा-अर्चना करके उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इसके अलावा, नवरात्रि का महत्व है क्योंकि इसमें धार्मिक संगीत, भजन, और कथाएँ भी सम्पन्न होती हैं जो लोगों को आत्मिक और मानसिक उत्तेजना प्रदान करती हैं।

कुंवर नवरात्रि में माता का स्थापना इसलिए की जाता है क्योंकि इस अवसर पर भक्त नौ दिनों तक माँ दुर्गा की उपासना और पूजा करते हैं। इस उत्सव में नौ रुपों में माँ दुर्गा की पूजा की जाती है, जो भक्तों को आत्मिक और मानसिक शक्ति प्रदान करती हैं। कुंवर नवरात्रि के दौरान, युवा और बच्चे भक्तिभाव से माँ दुर्गा की पूजा करते हैं और इस उत्सव के माध्यम से धार्मिक तत्त्वों का पालन करते






 गीत -  जग ऊपर कलशा कलश पर  दियना 

✅ गायक-पूरन  साहू 


════ ⋆★⋆ ════════ ⋆★⋆ ════

CGJASLYRICS

════ ⋆★⋆ ════════ ⋆★⋆ ════








 जग ऊपर कलशा कलश पर दियना 


तेकर ऊपर जोते  ल जलाये हो माँ 


उड़ान -" तेकर ऊपर जोते  ल जलाये हो माँ "


जग ऊपर कलशा कलश पर दियना 


तेकर ऊपर जोते  ल जलाये हो माँ 


ೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋ

अंतरा - 1 

ೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋ



कउने  दिन जनम लिए हो देवी माता, 


 कउने  दिन लिए अवतार हो माँ 


हो मईया कउने  दिन लिए अवतार हो माँ


शुक्र शनिचर माता जनम निये तै ,


तारे बर लिए अवतार हो माँ -


 हो मईया तारे बर लिए अवतार हो माँ


जग ऊपर कलशा कलश पर दियना 


जेकर ऊपर जोते  ल जलाये हो माँ 



ೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋ

अंतरा -2 

ೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋ




कउने  तोरे नेरवा छीने हो जगतराण ,


कउने जागे हो नवराते हो माँ 


हो मईया कउने जागे हो नवराते हो माँ 


परबतिया हां तोरे  नेरवा छिनत हे ,


महादेव जागे नवराते हो माँ 


हो मईया महादेव जागे नवराते हो माँ


जग ऊपर कलशा कलश पर दियना 


 जेकर ऊपर जोते  ल जलाये हो माँ 



ೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋ

अंतरा -3 

ೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋ




काहेन कर पतिया में माता  नेरवा छिनत हे


,काहे जल करे असनाने हो माँ 


हो मईया काहे जल करे असनाने हो माँ 


सोन कर पतिया में माता नेरवा नेरवा छिनत  हे


,गंगा  जल करे असनाने हो माँ 


हो मईया गंगा  जल करे असनाने हो माँ 


जग ऊपर कलशा कलश पर दियना 


जेकर ऊपर जोते  ल जलाये हो माँ 



ೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋ

अंतरा -4 

ೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋೋღ 🌺 ღೋ




सुमर सुमर  मईया तोर जस गायेन  ,


जय जय होवत हे तुम्हारे  हो  माँ 


 हो मईया जय जय होवत हे तुम्हारे हो माँ 


नान्हे नान्हे  लईका तोरे सेवा ल नई  जाने ,


देहु  सब भूल ल बिसारे हो माँ 



हो  मईया देहु  सब भूल ल बिसारे हो माँ 


जग ऊपर कलशा कलश पर दियना 


जेकर ऊपर जोते  ल जलाये हो माँ 


  


LYRICSJASGEET



टिप्पणियाँ