तोला दुर्गा कहौं की माँ काली


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गीत -तोला दुर्गा कहव की माँ काली 

गायिका -शर्मीला विश्वास 

वेबसाइट -www.cgjaslyrics.com 

वेबसाइट ऑनर -के के पंचारे 

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तोला दुर्गा कहौं की माँ काली

चारो धाम म तोरे हे पुजारी

ओ माता रानी....

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे माता मोला

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे ओ

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे माता मोला

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे ओ


तोला दुर्गा कहौं की माँ काली

चारो धाम म तोरे हे पुजारी

ओ मां भवानी....

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे माता मोला

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे ओ

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे माता मोला

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे ओ

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अंतरा -1

चन्द्रपुर म चन्द्रसेनी कहाऐ तय

रायगढ़ मा बूढ़ी माई ओ


कोरस -  जय माता दी... जय मां,

जय माता दी...


हो चन्द्रपुर म चन्द्रसेनी कहाऐ तय

रायगढ़ मा बूढ़ी माई ओ

घोघरा नरवा मा बइठे हस काली बन के,

हरदी के गौटिन दाई ओ


सारंगढ़ म तय समलाई

डोलसरा के तय बंजारी


ओ माँ भवानी


का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे माता मोला

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे ओ

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे माता मोला

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे ओ

अंतरा-2

तोरे लइका दाई रोवत हव तोर बर

तोर बिना मैं उदास हव

कोरस -  जय माता दी... जय मां,

जय माता दी...

हो... तोरे लइका दाई रोवत हव तोर बर

तोर बिना मैं उदास हव

बिनती सुन ले माता सुन ले गोहार ओ

राख ले अचरा के छांव तोर

तोर बिना ये मोर जिनगानी

जईसे सावन होथे बिन पानी

ओ माता रानी

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे माता मोला

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे ओ

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे माता मोला


का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे ओ

अंतरा-3

देखथव चारो ओर डाहर नई दिखे तोर

कहा लुकागे महामाई तय

कोरस -  जय माता दी... जय मां,

जय माता दी...

हो देखथव चारो ओर डाहर नई दिखे तोर

कहा लुकागे महामाई तय

आंसू बरस दाई चोला तरसगे ओ

कईसे पीर सुनावव मैं

मोर नैना के प्यास बुझा दे

तोरे दर्शन बिना नई बाचव

बचाले दाई...

कइसे बुलावव तोला दर्शन दे माता मोला

कइसे बुलावव तोला दर्शन दे ओ

कइसे बुलावव तोला दर्शन दे माता मोला

कइसे बुलावव तोला दर्शन दे ओ

तोला दुर्गा कहौं की माँ काली

चारो धाम म तोरे हे पुजारी

ओ माता रानी....

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे माता मोला

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे ओ

कइसे बुलावव तोला दर्शन दे माता मोला

कइसे बुलावव तोला दर्शन दे ओ

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे माता मोला

का मैं चढ़ावव तोला दर्शन दे ओ

कइसे बुलावव तोला दर्शन दे माता मोला

कइसे बुलावव तोला दर्शन दे ओ

🌸 गीत का भावार्थ और संदेश (छत्तीसगढ़ी में):

यह गीत एक भक्त की व्याकुल पुकार है, जेन अपन दुख, आस, और श्रद्धा के संग माता रानी ला मनावत हे। गीत मा बताय गे हे:

🔹 1. माता के अनेक रूप – एक ही शक्ति

"तोला दुर्गा कहौं की माँ काली" –
याने, चाहे मां दुर्गा कहो या मां काली, तू एके शक्ति हस।

गीत में अलग-अलग स्थान म पूजित रूप:

  • चंद्रपुर म चंद्रसेनी

  • रायगढ़ म बूढ़ी माई

  • सारंगढ़ म समलाई

  • डोलसरा म बंजारी

  • घोघरा नरवा म काली

👉 संदेश: माता एके हे, रूप अनेक – सब जगह एके शक्ति के वास हे।


🔹 2. भक्त के पीड़ा अउ विनती

"का मैं चढ़ावव तोला, दर्शन दे माता मोला"

  • भक्त पूछत हे – का मंय तोला चढ़ावा चढ़ावं तब तोर दर्शन मिलही?

  • मोर झोली खाली हे, फेर मन भक्ति ले भर गे हे।

👉 संदेश: सच्चा प्रेम अउ भक्ति ले माता जरूर दरसन देथे।


🔹 3. भावनात्मक गुहार

"तोरे लइका दाई रोवत हव तोर बर, तोर बिना मैं उदास हव"

  • भक्त माता ला कहत हे – तोर बिना मोर जीवन अधूरा हे, जैसे सावन बिन पानी।

👉 संदेश: माता के बिना भक्त अधूरा हे, अऊ ओ हर संकट मा तोर शरण मा आवत हे।


🔹 4. आंतरिक पीड़ा अउ भक्ति के आंसू

"देखथव चारो ओर डाहर नई दिखे तोर, कहा लुकागे महामाई तय"

  • भक्त पूछथे – माता! कंहा लुक गे हस? मोर दुख ला देख, दर्शन दे।

👉 संदेश: जब जीवन म अंधकार हो, तब माता से प्रार्थना करो – ओ अवश्य प्रकट होती है।

 

 कथा और संदेश (छत्तीसगढ़ी में):

"तोला दुर्गा कहौं की माँ काली" एक भावुक छत्तीसगढ़ी जस गीत आय, जऊन मां भवानी के अलग-अलग रूप ल स्मरण करथे। ये गीत म गायकन (शर्मीला विश्वास) के मन म मइया बर गजब के पीरा अउ लगाव दिखथे।

🔸 मइया के नाम के महिमा
गीत म माता दुर्गा, काली, चन्द्रसेनी, बूढ़ी माई, समलाई अउ बंजारी के नाम ल अलग-अलग धाम ले जोड़ के गाया गे हवय, जेमा देखाय गे हे के छत्तीसगढ़ के हर कोना म माता के एक रूप बसथे।

🔸 भक्त के वेदना अउ बिनती
भक्त कहिथे – “का मैं चढ़ावंव तोला दर्शन दे, माता मोला?”
ए बात म एक गरीब, पीड़ित भक्त के मन के पुकार हे, जऊन अपन दुःख-दर्द के बिसराय मइया के एक झलक बर तरसथे।

🔸 भावार्थ – अपन जीवन म माता के दरसन जरूरी
मइया के बिना भक्त के जिनगी सूना लगथे। ओ कहिथे –
“तोर बिना मोर जिनगानी, जइसे सावन बिन पानी।”
मतलब मइया के आशीर्वाद बिना सुख, समृद्धि, चैन नइ मिल सकय।

🔸 पीड़ा म मइया ल गोहारना – 
गीत के मूल उद्देश्य ये हे के जब जीवन म अंधियार हो जाथे, जब दुख चारों कोती से घेर लेथे, तब मइया के नाम ले उजियारी मिलथे। भक्त कहिथे –
“कइसे बुलावंव तोला, दर्शन दे माता मोला?”
ये पंक्तियाँ दर्शाथे कि मइया ल केवल फूल-प्रसाद नइ, बल्क‍ि दिल ले, आंखी के आँसू ले, मन के पुकार ले बुलाय जाथे।





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