गीत - येे दुलौरिन दाई ओ //गायक - दुकालू यादव //गीतकार - प्रेम ,अजय //Cgjaslyrics
गीत - येे दुलौरिन दाई ओ
गायक - दुकालू यादव
गीतकार - प्रेम ,अजय
निर्माता - रेखचन्द ओसवाल
संकलन- रवि धनकर
CgJasLyric
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येे दुलौरिन दाई ओ, जिनगी हवय दिन चार
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येे दुलौरिन दाई ओ, जिनगी हवय दिन चार -२
उड़ान - " हो ... का करनी का करम करे हन " -२
कर्जा हवय मोर उधार..... आ... आ
जिनगी हवय दिन चार
अंतरा -1
ममता के देवी तोला कहिथे, गंगा जइसन ममता हा बहिथे
हो जइसे बछरू गईया बिना गा,पानी बिन मछरी तड़पत रहिथे
उड़ान-" हो... बनके दुलौरिन सहुअत आगे "-२
बाटे माया अ ऊ दुलार
जिनगी हवय दिन चार
अंतरा -2
मन के कल्पना ला काला बतावव, कइसे दाई तोला मानवव
हो लगन के दिया ना भाव के बाती ,अंगना म दाई तोर जलावव
उड़ान-" हो राजा चाघाथे हीरा अ ऊ मोती "
मैहा चघावव फूल हार...
जिनगी हवय दिन चार
अंतरा-3
तोर मोर नाता हे जनम जनम के, करनी कमायेव मोर करम के
हो कर्जा छूटे बर सात जनम के धरम निभायेव मोर करम के
उड़ान-" हो... दुध पिए हव महतारी के "
गो कुल में लियेव अवतार
जिनगी हवय दिन चार
अंतरा-4
हो निचट अनपर अड़हा दुलरवा,आए हे दाई सेवा गवईया,
हो दुर्गा दुलावरिन शारदा मईया, तहि हवस ओ सब के निन्हैया
उड़ान-" हो ..प्रेम अजय संग दाई दुलौरिन कोसरिया ल देवे तार
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येे दुलवरिन दाई ओ, जिनगी हवय दिन चार -२
उड़ान - " हो ... का करनी का करम करे हन " -२
कर्जा हवय मोर उधार..... आ... आ
जिनगी हवय दिन चार
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