तोर जस महिमा लहराए ,पारम्परिक जस गीत , CG JAS LYRICS
पारम्परिक जस गीत
CG JAS LYRICS
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तोर जस महिमा लहराए वो हे दुर्गा महामाई
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तोर जस महिमा लहराए वो हे दुर्गा महामाई -२
हे दुर्गा महामाई वो,हे दुर्गा महामाई वो,
हे दुर्गा महामाई
तोर जस महिमा लहराए वो हे दुर्गा महामाई-२
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अंतरा -१
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सतयुग म तै सती कहाये,
शिवशंकर के नारी ओ -२
शिवशंकर के नारी भवानी
शिवशंकर के नारी ओ -२
तोर जस महिमा लहराए वो हे दुर्गा महामाई-२
उड़ान -" भस्मा सुर ल भषम कर डारे
तै जग के महतारी
तोर जस महिमा लहराए वो हे दुर्गा महामाई-२
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अंतरा -२
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त्रेता म तै सीता कहाये,रामचंद्र के नारी ओ -२
रामचंद्र के नारी
रामचंद्र के नारी भवानी
रामचंद्र के नारी ओ -२
रामचंद्र के नारी
उड़ान -"रावण के तै नाश कराये "
तै जग के महतारी
तोर जस महिमा लहराए वो हे दुर्गा महामाई-२
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CG JAS LYRICS अंतरा -३ CG JAS LYRICS
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द्वापर म दुरपति कहाये,
पांचो पडवा के नारी ओ -२
पांचो पडवा के नारी भवानी
पांचो पडवा के नारी ओ -२
उड़ान -"कौरव के तै नाश कराये "
तै जग के महतारी
तोर जस महिमा लहराए वो हे दुर्गा महामाई-२

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