जस लिरिक्स - हे भानेश्वरी मईया // गायक - पुनीत साहू गीतकार - ईश्वर// Jas Lyrics - He bhaneshwari maiya //Singer-Punit Sahu // Lyricst- iswer
गायक - पुनीत साहू
गीतकार - ईश्वर
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Jas Lyrics - He bhaneshwari maiya
Singer-Punit Sahu
Lyricst- iswer
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जस लिरिक्स - हे भानेश्वरी मईया
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सुमिरव ओ तोला संझा बिहनिया हे भनेश्वरी मईया -२
उड़ान - " दुःख पीड़ा के चिन्हइया "२
दाई देदे अंचरा के छईहा
सुमिरव ओ तोला संझा बिहनिया हे भनेश्वरी मईया -२
(1 ) सुरहिन गईया के गोबर मगाके अंगना तोर लिपये हव
गजमोतियाँ के चौंक पुरके धरम दुआरी सजाये हव
सोन के थाली कपूर के बाटी पान फूल धर आये हव
सुमर सुमर के झूमर झूमर आरती मंगल गाये हव
उड़ान -" काज पूरन तैहा करदे "२
बने बिगड़े के बिनईया
(2 ) सात सखीन घर आघू पाछू सेवा तोर बजाये हव
उही किस्म ले सेउक मन हां निसदिन तोला मानते हो
दुनिया भर के नर नारी मन तोर दरस बर आथे हो
दुःख के हरइया सुख के देवईया मन मंदिर म बसाथे हो
उड़ान -" पापी धर्मी के चिन्हइया "२
दाई कोरा म अपन बसइया
(3 ) संझा बिहनिया पंडा पुजारी हुम् अगियारी कराये हो
पाठ पूजा वामन हा पढ़े शंख ल अपन बजावय हो
सेउक तोर दुवारी म आके सेवा पचरा सुनाये हो
दया धर्म के खम्भा गड़ाके हिरदे म झूलना झुलाये हो
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