जस गीत - सब संगी ओ आये तोरे दरश बर हां 🌷🌷🌷पारम्परिक माता सेवा गीत 🌷🌷🌷पारम्परिक माता सेवा गीत लिरिक्स

 





जस गीत - सब संगी ओ आये  तोरे दरश बर हां

🌷🌷🌷पारम्परिक माता सेवा गीत 🌷🌷🌷

सब संगी ओ आये  तोरे दरश बर हां

सब संगी ओ आये  तोरे दरश बर हां -२ 

उड़ान -" जब तोरे दरश  हाँ "

(१ ) कहा ले आये सरसती मैया ,कहा ले आये आये लक्समी -२ 

उड़ान -" जब कहा ले आये गौरी मैया " तोरे दरश बर हां

सब संगी ओ आये  तोरे दरश बर हां

(२ ) ब्रम्हा लोक  ले आये सरसती आये  ,विष्णु लोक  ले  लक्समी -२ 

उड़ान -" जब शिव लोक  ले  गौरी मैया " तोरे दरश बर हां

सब संगी ओ आये  तोरे दरश बर हां -२

(३ ) कामा आये सरसती मैया ,कामा  आये लक्समी -२  

उड़ान -" जब  कामा आये  गौरी मैया " तोरे दरश बर हां

सब संगी ओ आये  तोरे दरश बर हां -२ 

(४  ) हंस में चढ़के  सरसती आये ,गरुड़ में चढ़के  लक्समी -२  

उड़ान -" जब  बइला म चढ़के गौरी मैया " तोरे दरश बर हां

सब संगी ओ आये  तोरे दरश बर हां -२ 

(५ ) काहे करन  बर सरसती आये ,काहे करन  बर लक्समी _२ 

उड़ान -" जब  काहे करन  बर गौरी मैया " तोरे दरश बर हां

सब संगी ओ आये  तोरे दरश बर हां -२ 

(६ ) ज्ञान दिये बर सरसती आये , धन दिये  बर लक्समी -२ 

उड़ान -" जब  रक्षा  करे   बर गौरी मैया " तोरे दरश बर हां

सब संगी ओ आये  तोरे दरश बर हां -२ 







 


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