TOR BANE HE MANDIRWA//तोर बने हे मंदिरवा


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गीत -तोर बने मंदिरवा 

गायिका -द्रोपती निषाद ,हंसटिका निषाद 

वेबसाइट -cgjaslyrics.com 

वेबसाइट ऑनर -के के पंचारे  

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मुखड़ा 

तोर बने हे मंदिरवा डोगरी  पहाड़े मा हां 

तोर बने हे मंदिरवा डोगरी  पहाड़े मा हां 

 तोर बने हे मंदिरवा डोगरी  पहाड़े मा हां 

 तोर बने हे मंदिरवा डोगरी  पहाड़े मा हां

अंतरा -1 

काहेन के तोर मंदिर बने हे काहेन कलश चढ़े हे

काहेन के तोर मंदिर बने हे काहेन कलश चढ़े हे 

काहेन कलश चढ़े हे मईया काहेन कलश चढ़े हे

काहेन के तोर मंदिर बने हे काहेन कलश चढ़े हे

काहेन कलश चढ़े हे मईया काहेन कलश चढ़े हे

काहेन के तोर मंदिर बने हे काहेन कलश चढ़े हे

उड़ान -जब काहेन के तोर जोत जलत हे

डोगरी  पहाड़े मा हां 

तोर बने हे मंदिरवा डोगरी  पहाड़े मा हां 

 तोर बने हे मंदिरवा डोगरी  पहाड़े मा हां 

अंतरा -2 

सोनन  के तोर मंदिर बने हे पीतल कलश चढ़े हे 

सोनन के तोर मंदिर बने हे पीतल कलश चढ़े हे

पीतल कलश चढ़े हे मईया पीतल कलश चढ़े हे

सोनन  के तोर मंदिर बने हे  पीतल कलश चढ़े हे 

पीतल कलश चढ़े हे मईया पीतल कलश चढ़े हे

सोनन के तोर मंदिर बने हे पीतल कलश चढ़े हे 

उड़ान -जब सत्या के तोर जोत जलत हे

डोगरी  पहाड़े मा हां 

तोर बने हे मंदिरवा डोगरी पहाड़े मा हां

 तोर बने हे मंदिरवा डोगरी पहाड़े मा हां 

अंतरा - 3  

कऊने हा तोरे  मंदिर बनाये कऊने हा कलश चढ़ाये 

कऊने हा तोरे  मंदिर बनाये कऊने हा कलश चढ़ाये

कऊने हा कलश चढ़ाये हो मईया कऊने हा कलश चढ़ाये

कऊने हा तोरे  मंदिर बनाये कऊने हा कलश चढ़ाये 

उड़ान -जब कऊने हा तोर जोत जलाये 

डोगरी  पहाड़े मा हां 

तोर बने हे मंदिरवा डोगरी पहाड़े मा हां 

 तोर बने हे मंदिरवा डोगरी पहाड़े मा हां 

अंतरा - 4

राजा दशरथ हा तोरे  मंदिर बनाये राम हा कलश चढ़ाये 

राजा दशरथ हा तोरे  मंदिर बनाये राम हा कलश चढ़ाये 

राम हा कलश चढ़ाये हो मईयाराम हा कलश चढ़ाये

राजा दशरथ हा तोरे  मंदिर बनाये राम हा कलश चढ़ाये 

उड़ान -जब सीता हा तोर जोत जलाये

डोगरी  पहाड़े मा हां 

तोर बने हे मंदिरवा डोगरी पहाड़े मा हां 

 तोर बने हे मंदिरवा डोगरी पहाड़े मा हां 


 गीत परिचय (छत्तीसगढ़ी में)


"तोर बने मंदिरवा" एक सुंदर छत्तीसगढ़ी भक्ति गीत आय, जऊन मा देवी माँ के मंदिर ला पहाड़ी ऊपर बने देखाय जात हे। ए गीत मा श्रद्धा, आस्था अउ सांस्कृतिक विरासत के गजब समन्वय दिखथे।


🟣 गायिका के जानकारी


गायिका: द्रोपती निषाद, हंसटिका निषाद


दुनों गायिका छत्तीसगढ़ी लोकभक्ति गीत गावे मा माहिर हवंय। इनकर आवाज मा भक्ति के भाव, लोक लय अउ ग्राम्य जीवन के मिठास साफ झलकथे।


🔵  गीत के भाव (कहानी)


ए गीत मा बताय जावत हे के डोंगरी पहाड़ ऊपर माँ के मंदिर बनाय गे हे। लोगन मन पूछथें — कऊने बनाय? कऊने कलश चढ़ाय?

फेर जवाब मा राम, राजा दशरथ, सीता, सत्या जइसे नाम आवत हे — जऊन मन देवी मइया के सेवा मा जोत जलाय हें।

ए गीत मा परंपरा, भक्ति, अउ छत्तीसगढ़ी समाज के देवी श्रद्धा के भाव गूंजथे।


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