Ek Raja Ke Kahani
गीत-एक राजा के कहानी
गायक-दुकालू यादव
गीतकार-दुकालू यादव
Website -www.cgjaslyrics.com
ब्लॉगर-kkPanchare
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
उड़ान-यहो एक राजा के कहानी गा संतो एक राजा के कहानी
यहो एक राजा के कहानी गा संतो एक राजा के कहानी
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
(1)
यहो बोली वचन के भारी अरथ हे सुनहु चैत लगाये
वचन के महिमा गाथव मैहा गुरु जन लेहू भजाये
यहों बामन हरी हर बधे वचन में बली के आस पुराये
सत्य पाती श्री नारायण ला वचन में अपन बधाये
उड़ान- विधि के लिखना अटल हे जग में झन करहु गा नादानी
विधि के लिखना अटल हे जग में झन करहु गा नादानी
यहो सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
(2)
यहो ओकरे सेती ओ अवतर गै सहुए नारायण आये
दूध पिए नई ओ देवकी के यशोदा के मान बढ़ाए
यहों गोपी मन के जम्मो वचन ला कृष्णा जी हवय निभाए
राजा मोरजधवज हारे वचन ला वचन मा हरी ला फसाये
उड़ान- हरी के लीला हरी हर जाने आघु के सुनहु बानी
हरी के लीला हरी हर जाने आघु के सुनहु बानी
यहो सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
(3)
यहो गरभ तोड़े बर अर्जुन के गा कृष्ण हा माया रचाएं
बामन रूप ला धारण करके राजा के घर में आये
यहों भूख प्यास में कल्पत हावन राजा ला वचन सुनाये
राजा बोलय का तुम खाहू मोला देहु बताये
उड़ान- हमर संग मे एक बघवा हे मास के खाथे चानी
हमर संग मे एक बघवा हे मास के खाथे चानी
यहो सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
(4)
यहो बामन रुपी बोले नारायण जेवन देहु बनाये
तीन थारी हम खबोन कहिके राजा ला हावय चेताये
यहों तोर बेटा के मास ला बघवा खाहि कहिके बताएं
अतका गोठ ला सुनके राजा ऊहि करा चकराए
उड़ान- बेटा के मास ला कैसे खवाहू मैं मैंखे गा परानी
बेटा के मास ला कैसे खवाहू मैं मैंखे गा परानी
यहो सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
(5)
यहो वचन में फशगे राजा मोरजध्वज। मन में हावे भजाए
आरा में काट के अपन बेटा ला तुरते हावय गिराये
यहों हिरदे में पथरा रख के राजा हर आशु फेर नई बोहाये
लहू लहू में सनाये मास ला सुघर हावय धोवाए
उड़ान- यहो भूज बघार राध गड़ के लोटा मा दिस फेर पानी
भूज बघार राध गड़ के लोटा मा दिस फेर पानी
यहो सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
(6)
यहो तीन थारी जेवन राजा हा पोरसे हावे सुघहर
राजा मोरजध्वज ला फेर बोले एक ठन वचन हरी हर
यहों एक थाली अऊ जेवन लादे खाहि तोर राज कुंवर हर
ब्राम्हण देवता के गोठ ला सुन के भख खागे राजा हर
उड़ान- यहो कहा ले आही मोर बालक हर सूवा उड़गे उड़ानी
कहा ले आही मोर बालक हर सूवा उड़गे उड़ानी
यहो सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
(7)
यहो ब्राम्हण बोले हाक लगाके बुलाले मोर धन ला
दौड़त आही तोर बेटा हा खाहि संग मां जेवन ला
यहों हाका लगाके राजा मोरजध्वज बुलालें अपन रतन ला
दौरत आए ओकर बेटा धीरज बधाइस मन ला
उड़ान- यहो गद गद होगे ऊही करा गा दोनो राजा रानी
गद गद होगे ऊही करा गा दोनो राजा रानी
यहो सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
(8)
यहो ब्राम्हण रूप ला छोड़ के हरी हर अपन रूप में आए
राजा मोरजध्वज ला फेर सगरो मरम ला हावे बताये
यहों हरी के दर्शन करके राजा हर भाग अपन सहुराये
ऐसे किसम के राजा के गाथा शारदा मंडली गाये
उड़ान- यहो भूल चूक ला क्षमा करहू गा लाईका हावय अड़ानी
यहो सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
सुनलव सुनलव सुनलव गा एक राजा के कहानी
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