जस लिरिक्स_झूले नजरें नजर मे दाईं गायक_कांतिकार्तिक यादव गीतकार_मौनी लाला परिकल्पना_केदार Yadav,cgjaslyrics



जस लिरिक्स_झूले नजरें नजर मे दाईं

गायक_कांतिकार्तिक यादव

गीतकार_मौनी लाला

परिकल्पना_केदार Yadav


🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩

Jas lyrics-jhule nare najar me dai

Singer-kantikartik Yadav

Writer-maunilala 

consept- Kedar yadav

🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩


झूले नजरें नजर में दाई झूले नजरें नजर में दाई ओ


🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩



माटी के दुर्गा हे महामाई, कइसे करव तोर बिदाई


लागे करलाई ओ


झूले नजरें नजर में दाई झूले नजरें नजर में दाई ओ-२


(१) नवदिन बर माटी के दुर्गा पुतरी अस समर के ओ


दुर्गा चरण पूजा पावत हे महिषासुर मर के ओ


उड़ान -" बैरी जबर होगे दाई, बैरी अमर होगे दाई"


चरण पद पाई ओ


🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩


(२) झलकत हे तोर गहना गुटिया, आंखीआंखी म झूल के ओ


बघवा ऊपर माता बिराजे ,हाथ धरे त्रिसूले ओ


उड़ान - " चमके रिगबिग रिगबिग माता....(२)


रहिबे तै सहाई ओ


🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩


(३)घर अंगना बिहान लागे,तोर  बिदाई ओ


भीतरी  भीतरी मन कलपत हे, अंतस फटे छाती ओ


उड़ान -" हे दुर्गा अनपूर्णा दाई होगे सुन्न सुन्ना माई"


लागे पहुनाई ओ


🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩


(४) बच्छड़ भर म लहूट के आबे माटी के दुर्गा दाई ओ


चलत चलागन पुरखा पुरातन कैसे करन विदाई ओ


उड़ान -" लिखे परमानंद कठोलिया........(२)


कांतिकार्तिक श्री नाई ओ


झूले नजरें नजर में दाई झूले नजरें नजर में दाई ओ-२


🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩






टिप्पणियाँ